गुरुआस्था समाचार
CIMS में लॉन्ड्री मशीन खरीद घोटाला : 19 लाख की मशीन को 54 लाख 81 हजार में खरीदी ,
बिलासपुर – सिम्स मेडिकल कॉलेज में मेकेनाइज्ड लांड्री मशीन खरीदी में घोटाला सामने आया है। यहां अफसरों ने जिस मशीन को 54 लाख 81 हजार रुपए में खरीदी की है। उसी मशीन को रायगढ़ के मेडिकल कॉलेज में 18 लाख 94 हजार रुपए में खरीदी गई है। सूचना का अधिकार कानून (RTI) से जानकारी निकालने पर यह गड़बड़ी सामने आई है। इसमें एक ही लांड्री मशीन को दो अलग-अलग जगहों में 35 लाख 87 हजार 31 रुपए के अंतर की राशि में खरीद गई है। खास बात यह है कि इस खरीदी के लिए CGMSC से NOC भी नहीं ली गई है।
सिम्स में पिछले कई साल से पुरानी लांड्री मशीन खराब हो गई थी। इसके चलते कर्मचारियों को हाथ से कपड़ा धोना पड़ रहा था। SECL ने CSR मद से सिम्स को नई मेकेनाइज्ड लांड्री मशीन खरीदी के लिए फंड जारी किया था। इसके बाद सिम्स के तत्कालीन संयुक्त संचालक एवं अधीक्षक ने टेंडर निकाला। इस टेंडर को चार गुना अधिक रेट में खोला गया। रायगढ़ मेडिकल कॉलेज ने इसी तरह की मेकेनाइज्ड लांड्री मशीन एक तिहाई दाम में खरीदी गई।
स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने उठाया मुद्दा, जांच की मांग
CIMS में मेकेनाइज्ड लांड्री मशीन खरीदी में घोटाला सामने आने के बाद छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने इस मामले की शिकायत स्वास्थ्य सचिव और डायरेक्टर स्वास्थ्य सेवाएं से की है। संघ के कार्यकारी प्रातांध्यक्ष रविंद्र तिवारी ने मेकेनाइज्ड लांड्री मशीन खरीदी के इस पूरे मामले की जांच कर फर्म विशेष को लाभ पहुंचाने और गड़बड़ी करने वाले दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है।