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दुनिया की तरक्की में भारत की है अहम भूमिका? ब्रिटिश PM बोरिस जॉनसन ने बताया कैसे ,
भारत यात्रा पर आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भारत और भारत के लोकतंत्र की जमकर तारीफ की है. उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि दुनिया में भारत की अहमियत और भी ज्यादा इसलिए बढ़ गई है कि भारतीय प्रशांत क्षेत्र भविष्य के नजरिए से तरक्की और ग्रोथ का केंद्र बन चुका है. भारत खुद को एक बेहद रोमांचक तरीके से इसके लिए तैयार कर रहा है. मेक इन इंडिया इस दिशा में अच्छा कदम है. यूक्रेन युद्ध में भारत की तटस्थ भूमिका पर ब्रिटिश पीएम ने कहा कि हम इससे परेशान नहीं है. रूस की तानाशाही के चलते अब सभी देशों को एकजुट होकर काम करने की जरूरत है और इसमें भारत की भी अहम भूमिका है.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने भारतीय लोकतंत्र की कुछ ब्रिटिश सांसदों द्वारा आलोचना से जुड़े सवाल के जवाब में टेलीविजन चैनल टाइम्स नाउ पर कहा कि लोकतंत्र को लेकर किसी एक देश को दूसरे देश को उपदेश नहीं देना चाहिए. भारत एक अविश्वसनीय, असाधारण देश है. दुनिया में सबसे बड़ा लोकतंत्र है. इससे भी ज्यादा, इस वक्त भारत की अहमियत पहले से कहीं ज्यादा बढ़ चुकी है. दुनिया भारतीय प्रशांत क्षेत्र में भविष्य की ग्रोथ देख रही है. लोकतांत्रिक मूल्यों के रहनुमा के तौर पर भारत की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है. यही वजह है कि हम भारत से दोस्ती और सहयोग को मजबूत बनाना चाहते हैं.
आने वाले वक्त में भारत की भूमिका काफी अहम’
रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत की तटस्थ नीति का जिक्र करते हए बोरिस ने कहा कि इससे हम परेशान नहीं है. भारत ने कई बार सख्त संदेश दिए हैं. लेकिन मैं पहले भी कह चुका हूं और एक बार फिर कहता हूं कि यूक्रेन में युद्ध छेड़कर व्लादिमीर पुतिन ने एक बहुत बड़ी गलती की है. इससे वह क्षत्रप की तरह बन गए हैं. यह मुद्दा लंबे समय तक रहेगा. बोरिस ने कहा कि जब तानाशाह दुनिया में अस्थिरता फैलाने वाली हरकतें करते हैं तो आपको पहले से कहीं ज्यादा एकदूसरे के सहयोग, दोस्ती और मदद की जरूरत होती है. इसीलिए हमने पीएम मोदी को जी7 के बैठक में आमंत्रित किया है. 2030 को ध्यान में रखकर तैयार रोडमैप में भारत की भूमिका अहम रहने वाली है. इसे लेकर पिछले कुछ हफ्तों और महीनों में बातचीत में काफी प्रगति हुई है.
बोरिस जॉनसन ने की मेक इन इंडिया की तारीफ
इंटरव्यू में ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन ने रूस और चीन का नाम लेकर कहा कि ये दोनों देश एशिया और यूरेशिया में काफी बड़े हिस्से पर काबिज हैं. ऐसे में इनकी हरकतों से बेचैनी होना स्वाभाविक है. इसमें कई खतरे भी हैं. लेकिन सहयोग की भी गुंजाइश है. उन्होंने कहा कि अगर आप आज के भारत को देखें तो वह बहुत ही रोमांचक तरीके से खुद को तैयार कर रहा है. मेक इन इंडिया अभियान काफी अच्छा है. कुछ इसी तरह के आइडिया पर हमने यूके में अमल किया है. हम दोनों देशों की दोस्ती को आगे ले जाना चाहते हैं.
चीन की महत्वाकांक्षाएं भारत के लिए सीमा पर खतरा पैदा करती हैं, क्या आप इसकी आलोचना करेंगे? इस सवाल पर बोरिस ने कहा कि हम हमेशा से संप्रभु देशों के सीमा उल्लंघन की निंदा करते रहे हैं. यही वजह है कि यूक्रेन में जो कुछ हुआ, हम उसके खिलाफ खड़े हैं.