
गुरुआस्था समाचार
अब बिजली भी बनाएगा SECL : MP पावर जनरेटिंग कंपनी के साथ 660 मेगावाट यूनिट के लिए हुआ MOU
देश की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनियों में से एक SECL ने अब बिजली उत्पादन करने का भी फैसला लिया है। यही वजह है कि SECL ने MP पावर जनरेटिंग कंपनी के साथ 660 मेगावॉट बिजली उत्पादन यूनिट बनाने के लिए MOU किया है। सब कुछ ठीक रहा था तो आने वाले डेढ़ से दो साल के भीतर SECL बिजली उत्पादक कंपनी भी बन जाएगी। यह यूनिट अमरकंटक ताप विद्युत चचाई के साथ स्थापित की जाएगी।
कोल इंडिया के अधिनस्थ काम करने वाली ईकाई SECL की पहचान अभी तक कोयला उत्पादक कंपनी के रूप में रही है। लेकिन, अब धीरे-धीरे SECL दूसरे उद्योगों जैसे रेलवे के साथ लाइन बिछाने के साथ ही अब बिजली उत्पाकक कंपनी भी बनने जा रही है। कहा जा रहा है कि SECL प्रबंधनक कोयला उत्पादन के साथ ही आय के दूसरे श्रोतों पर भी ध्यान दे रहा है। यही वजह है कि पहली बार SECL ने अब बिजली उत्पादन करने की दिशा में कदम बढ़ाया है।

आधुनिक उपक्रम में लगेगा बहुत कम पानी
संयुक्त उपक्रम कंपनी सुपर क्रिटिकल आधुनिकतम तकनीक के आधार पर विद्युत उत्पादन करेगी। विद्युत यूनिट में एयरकूल्ड कंडेंसर तकनीक का उपयोग किया जाएगा, जिससे विद्युत उत्पादन में अत्यंत कम पानी की जरूरत पड़ेगी। विस्तृत परियोजना रिपोर्ट के अनुसार प्रोजेक्ट की कुल लागत करीब 4665 करोड़ रूपए रहने का अनुमान है।
नवाचार की दिशा में की गई पहल
SECL के जनसंपर्क अधिकारी सनिश चंद्रा ने बताया कि विश्व की सबसे बड़ी कोयला उत्पादक कंपनी कोल इण्डिया लिमिटेड की ओर से महात्वाकांक्षी डायवर्सिफिकेशन प्लान के अंतर्गत नवाचार, सोलर प्लांट, क्लीन एनर्जी सहित पावर प्लांटों की स्थापना की दिशा में कई पहल किए जा रहे हैं। इसी दिशा में मध्यप्रदेश में बिजली उत्पादन करने के लिए कंपनी ने MOU किया है। बुधवार को मध्यप्रदेश पॉवर जनरेटिंग कंपनी के प्रबंध संचालक भनजीत सिंह और SECL के जनरल मैनेजर अरूपदत्त चौधरी ने MOU पर हस्ताक्षर किए।
इस अवसर पर पॉवर जनरेटिंग कंपनी के डायरेक्टर कामर्शियल प्रतीश कुमार दुबे, कार्यपालक निदेशक परियोजना उत्पादन बीएल नेवल, एसईसीएल के चीफ मैनेजर अजय कुमार सेन सहित SECL के अधिकारी व पॉवर जनरेटिंग कंपनी के अभियंता उपस्थित रहे।