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गुरुआस्था समाचार
भगवान परशुराम जयंती की शोभायात्रा चार मई को,समग्र ब्राह्मण समाज परशुसेना की बैठक ,तैयारी को लेकर की गई चर्चा
बिलासपुर – समग्र ब्राह्मण समाज परशुसेना की बैठक इमलीपारा स्थित कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज भवन में हुई। बैठक में छत्तीसगढ़ी ब्राह्मण समाज, कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज, मारवाड़ी ब्राह्मण समाज,महाराष्ट्र मंडल ब्राह्मण समाज, मैथली ब्राह्मण समाज, सरयूपारीण ब्राह्मण समाज, मलयाली ब्राह्मण समाज, दक्षिण भारतीय ब्राह्मण समाज व विभिन्ना संगठनों के प्रमुख एवं मातृशक्ति शामिल हुए।
इस दौरान सभी ने एकमत होकर यह प्रस्ताव रखा कि अक्षय तृतीया पर भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया जाता है। इसे हमारी सनातन परंपरा में अभिजीत मुहूर्त का दिन माना गया है और इस दिन सभी विप्र परिवार द्वारा अपने घरों में विप्र समाज के भवनों में भगवान परशुराम का पूजन-आरती और महाप्रसाद वितरण किया जाता है।इस दिन बड़ी संख्या में विवाह का मुहूर्त भी होता है। इसके कारण समाज के बहुत से लोग व्यस्तता एवं निजी कार्यक्रमों के कारण शोभायात्रा में सहभागी नहीं बन पाते थे।
इन्ही सब बातों को ध्यान में रखते हुए शोभायात्रा जन्मोत्सव तिथि के दूसरे दिन आयोजित की जाए। ताकि पूरा समाज उत्साह के साथ शोभायात्रा में अपनी उपस्थिति दर्ज करा सके। इस पर सभी ने अपनी सहमति जताई। इस वर्ष भगवान परशुराम जन्मोत्सव को बड़े व्यापक तौर पर चार मई को समग्र ब्राह्मण समाज परशुसेना द्वारा विशाल शोभायात्रा निकाली जाएगी। इसमें जिले भर से समस्त विप्र समाज शामिल होंगे।
चार मई को शोभायात्रा दयालबंद स्थित शीतला माता मंदिर से शाम पांच बजे भगवान परशुराम की पूजा अर्चना के साथ प्रारंभ होगी। साथ ही शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए देवकीनंदन स्कूल प्रांगण में महाआरती एवं विशाल विप्र समागम के साथ होगी। भगवान परशुराम के आदमकद प्रतिमा, आकर्षक झांकिया, सुसज्जित वाद्य दल, आतिशबाजी, इस शोभायात्रा की भव्यता बढ़ाएंगी। झांकियों में छत्तीसगढ़ के साथ विभिन्न राज्यों की सांस्कृतिक चिन्हों को समेटने का प्रयास किया जा रहा है।
आरती के बाद संतों के आशीर्वचन का श्रवण लाभ सभी विप्रजन प्राप्त करेंगे। वहीं समाज के प्रतिभावान बच्चों एवं अपने अपने क्षेत्रों में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले विभूतियों का सम्मान किया जाएगा। इस अवसर बंशीलाल गौरहा, रामप्रसाद शुक्ला, मोहनदेव पुजारी, रेखेन्द्र तिवारी, महेश कुमार, समीर भुरंगी, महेश दुबे, राजेश मिश्रा, प्रदीप शर्मा, मनोज शुक्ला, शरद राव चिमोट आदि मौजूद थे।