गुरुआस्था समाचार
बीजेपी सरकार संवैधानिक संस्थाओं का निजी स्वार्थ में उपयोग कर रही : विजय जांगिड़
बिलासपुर – प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर 01 जून को जिला कांग्रेस कमेटी ( शहर/ग्रामीण ) द्वारा ” संविधान बचाओ ” रैली अम्बेडकर की प्रतिमा में माल्यार्पण करने के बाद शुरू हुई, जो सत्यम चौक,मध्य नगरी चौक, खपरगंज, सदर बाजार, गोल बाजार, जूना बिलासपुर होते हुए गांधी प्रतिमा में सम्पन्न हुई, अथिति गांधीजी की प्रतिमा में माल्यार्पण किया ,
रैली में राष्ट्रीय सचिव ,सह प्रभारी विजय जांगिड़, राष्ट्रीय सचिव ,विधायक देवेंन्द्र यादव ,पूर्व मंत्री शिव डहरिया एवं जिला प्रभारी सुबोध हरितवाल शामिल हुए ।
दोपहर तीन बजे कांग्रेसजन अम्बेडकर चौक में एकत्रित हुए ,
रैली में तखतपुर,बिल्हा,बिलासपुर, बेलतरा, मस्तूरी,कोटा,सिरगिट्टी,तिफरा,सकरी, सीपत, बेलगहना से कांग्रेसजन शामिल हुए ,
कांग्रेस जन संविधान बचाओ की अपील लोगो बांटते हुए , हाथो में जय बापू,जय भीम,जय संविधान की तख्ती लिए, जय जय जय भीम के नारों के साथ आगे बढ़ रहे थे, रैली की मध्यनगरी चौक, सिटी कोतवाली चौक, जवाली पूल के पास फटाके फोड़कर ,फूल वर्षा के स्वागत किया गया,
अम्बेडकर जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के बाद अतिथियों ने संक्षिप्त उद्बोधन दिए ,
प्रभारी विजय जांगिड़ ने कहा कि भाजपा की केंद्र सरकार संवैधानिक संस्थाओं का निजी स्वार्थ में उपयोग कर रही है, ईडी,सीबीआई,आईटी ईडब्लूएस जैसी संस्थाओ का काम है ,विपक्ष, पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ताओं को झूठे केस में फंसाना, जब संवैधानिक संस्थाएं जेबी संस्था बन जाएगी तो नागरिको के अधिकारों का हनन होगा,और देश में लोक तन्त्र समाप्त हो जाएगा, जांगिड़ ने कहा कि 11 वर्षो से देश अघोषित आपातकाल से गुजर रहा है,कोई आर्टिस्ट सरकार की मिमक्री नही कर सकता ,कोई पत्रकार सरकार की आलोचना नही कर सकता , केंद्र सरकार से वैचारिक असहमति को देशद्रोह बोला जा रहा है,
राष्ट्रीय सचिव ,विधायक देवेंन्द्र यादव ने कहा कि संविधान में हर नागरिकों को समान अधिकार मिला हुआ है,केंद्र सरकार समानता के अधिकार को अपने हिसाब परिभाषित कर रही है,उद्योगपति मित्रो को लाभ पहुचाने के लिए कृषि में तीन काला कानून लागू किया,अपने अधिकार के लिए आंदोलन रत किसान 18 माह से अधिक आंदोलन करते रहे ,केंद्र सरकार न तो किसानों से चर्चा की और न ही उन्हें दिल्ली आने दिया गया उनके मार्ग पर कील ठोंक दिए गए ,ये प्रजातन्त्र नही एक हताश,असफल केंद्र सरकार की तानाशाही है,जो अपनी कमजोरियों को छिपाने के लिए नागरिकों के अधिकारों का गला घोंट रही है।
पूर्व मंत्री डॉ शिव डहरिया ने कहा कि हमारे नेता राहुल गांधी जी,मल्लिकार्जुन खरगे जी ने संविधान बचाने के लिए ,आम नागरिको के अधिकारो की रक्षा की लड़ाई लड़ रहे है, संविधान से ” सर्व हिताय ” जुड़ा है ,उसे खत्म करने की कोशिश हो रही है,पहले हिन्दू महासभा अब भाजपा ने आज़ादी के 52 वर्ष तक तिरंगा नही फहराया , अब तिरंगा यात्रा निकाल रही है,बिहार चुनाव को देखते हुए भाजपा ये सब कर रही है ,भाजपा के मन और व्यवहार में अंतर है ,जिसे आम जनता को समझना है ,देश की सम्पत्ति चंद उद्योगपतियों के नाम किया जा रहा है ,जिससे आने वाले समय मे आर्थिक संकट ,रोजगार की संकट उत्पन्न हो सकती है,
ज़िला प्रभारी सुबोध हरितवाल ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के समर्थन में पूरा देश सरकार के साथ खड़ा था, किन्तु सरकार ने सीज फायर के लिए विपक्ष को विश्वास में नही लिया , अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प सीज फायर की घोषणा करता है, और लगातार ट्रम्प इस बात को बोल रहा है पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने मित्र के बयानों को खण्डन भी नही कर पा रहे है, अभी देश की नागरिक जानना चाहती है कि सीज फायर किन शर्तो में हुई? पाकिस्तान 100 से अधिक आतंकी मार गए पर पहलगाम के वो चार आतंकी कहाँ गए? प्रधानमंत्री विदेशो में डेलीगेट्स भेज रहे ,भारत मे घर घर सिंदूर भेजने जा रहे है पर ऑपरेशन से पहले या बाद में संसद के विशेष सत्र बुलाकर चर्चा करने से परहेज क्यो ? प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आपात स्थिति में भी कश्मीर न जाकर बिहार में चुनाव प्रचार करना शहीदों का अपमान है जब जनता को प्रधानमंत्री की जरूरत हो और ऐसा करना सही नही था ।
प्रजातन्त्र में हर नागरिक को देश की आंतरिक और बाह्य घटनाओं को जानने का अधिकार है।
शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने कहा कि भाजपा के सांसद, विधायक, उप मुख्यमंत्री लगातार देश की वीर सेना को अपमानित कर रहे है , जिनके कारण देश सुरक्षित है ,उन्हें अपमानित किया जा रहा है, फिर भी भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व उन पर कार्यवाही करने की बजाय मौन धारण किया हुआ है,, यह भारतीय सेना का अपमान है और भाजपा के राष्ट्रीय भक्ति पर प्रश्न उठता है ?
ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि आज देश सुरक्षित हाथो में नही है , अमेरिका से अप्रवासी भारतीयों को हाथ मे हथकड़ी और पैर में बेड़ी बांधकर गम्भीर अपराधी की तरह भेजा गया ,इसके बाद भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस अपमान का विरोध तक नही किया जबकि छोटे छोटे देश स्वयं अपना विमान भेज कर अपने नागरिकों को ससम्मान बुलाया।