गुरुआस्था समाचार
बिलासपुर में भाजपा के सांसद हैं लेकिन विकास के नाम पर कुछ नहीं हुआ,उल्टा भय का वातावरण बनाया जा रहा- सभापति गौरहा
बिलासपुर – लोकसभा के चुनाव को लेकर माहौल गर्म है। राष्ट्रीय स्तर के नेताओं का लगातार बिलासपुर आना जाना शुरू हो गया है। ताबड़तोड़ सभा का आयोजन भी हो रहा है। पक्ष और विपक्ष ना केवल जीत का दावा कर रहे हैं..बल्कि एक दूसरे की सिलाई भी खोल रह हैं। मतदाता पूरे घटनाक्रम पर नजदीकी से नजर बनाए बैठा है। यह बातें जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने प्रेस नोट जारी कर कही। गौरहा ने बताया कि इस बार का चुनाव एतिहासिक होगा निश्चित रूप से 4 जून को रिजल्ट भी अप्रत्याशित होगा।
युवा नेता ने लहराया परचम
जिला पंचायत सभापति अंकित गौरहा ने बताया कि देवेंद्र यादव छत्तीसगढ़ प्रदेश में युवाओं के बीच लोकप्रिय चेहरा हैं। मतदाता भावनाओं में किसी को एक बार ही मौका देता है। जबकि देवेन्द्र यादव दो बार विधानसभा में कांग्रेस का परचम लहरा चुके हैं। देवेन्द्र यादव देश का पहला चेहरा जिन्होने 25 साल पूरा करते ही सबसे युवा मेयर बने। जाहिर सी बात है कि इस बात को बिलासपुर की जनता भी समझ रही है। कुछ बात तो देवेन्द्र यादव में है। ऐसे दूरदृष्टि की सोच रखने वाले युवा और योग्य प्रत्याशी की बिलासपुर की जनता को मिलना जरूरी है। कार्यकर्ताओं और बिलासपुर लोकसाभा की जनता में देवेन्द्र यादव की उम्मीदवारी को लेकर जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
लोरमी की जनता ने नकारा
अंकित गौरहा ने साल 2018 में विधानसभा चुनाव के दौरान लोरमी की जनता ने तोखन साहू को 25553 के बड़े अन्तर से नकारा है। चुनाव में धर्मजीत सिंह के हाथों तोखन को हार का सामना करना पड़ा। स्पष्ट है कि लोरमी आम जनमानस के बीच उनकी छवि और स्थिति ठीक नहीं है। यद्यपि भाजपा नेता तोखन को बढ़ा चढ़ाकर बता रहे हैं। लेकिन सभी लोग जानते हैं कि तोखन के पास उपलब्धियों के नाम शून्य है।
ऐसा कोई सगा नहीं..जिसको ठगा नहीं..
पिछले तीस सालों से बिलासपुर लोकसभा में भाजपा के सांसद हैं। लेकिन विकास के नाम पर बिलासपुर को कुछ हासिल नहीं हुआ।छत्तीसगढ़ की जनता भाजपा नेताओं के लोक लुभावन वादों से त्रस्त हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने युवाओं को रोजगार और गरीबों के खाते में 15 लाख रूपये देने का वादा किया। महंगाई दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ी है। किसानों को दुगुनी आय के नाम पर छला गया। मध्यम वर्गीय परिवार का जीना मुश्किल हो गया है।अब तो जनता कहने लगी है कि ऐसा कोई सगा नहीं जिनको मोदी जी ने ठगा नहीं। लेकिन अब जनता झांसे में नहीं आने वाली है। चाहे बिलासपुर योगी आए या फिर मोदी। जनता देवेन्द्र यादव को ही आशीर्वाद देगी।
भय का वातावरण बनाया जा रहा
सभापति गौरहा ने कहा मात्र पांच महीनों में प्रदेश की जनता में अराजकता और भय का वातावरण है। कांग्रेस नेताओं को चुन-चुन कर निशाना बनाया जा रहा है। कांग्रेस नेताओं को भाजपा में शामिल कर जनता पर मानसिक दबाव बनाया जा रहा है। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं को झूठे मामलों में फसाने की खुली धमकी दी जा रही हैं। छत्तीसगढ़ जैसे शांत और अमन पसंद प्रदेश में इस तरह का माहौल दुर्भाग्यपूर्ण है। जनता देख भी रही है..और समझ भी रही है।