गुरुआस्था समाचार
रमन सिंह नई दिल्ली पार्टी मुख्यालय में फहराएंगे तिरंगा,
रायपुर – भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह को गणतंत्र दिवस पर पार्टी मुख्यालय नई दिल्ली में राष्ट्रीय ध्वज फहराने की अहम जिम्मेदारी मिली है। इस पर बधाई देते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेश मूणत ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल पर कटाक्ष करते हुए कहा है कि आये दिन डा. रमन सिंह के विरुद्ध अपनी संस्कारजन्य अशिष्ट टीका टिप्पणी करने वाले बघेल क्या कभी कांग्रेस मुख्यालय में राष्ट्र ध्वज फहरा पाएंगे। उन्हें डा. रमन सिंह का कद अब समझ में आ जाना चाहिए कि सब्जबाग दिखाकर एक बार सत्ता हासिल कर जनता को निराश करने वाले किसी मुख्यमंत्री और शालीनता पूर्ण कर्मठता के साथ लगातार 15 साल तक विकास तथा जनसेवा की राजनीति करने वाले विराट व्यक्तित्व में क्या अंतर होता है।
पूर्व मंत्री मूणत ने कहा कि डा. रमन सिंह को अपनी पार्टी के राष्ट्रीय मुख्यालय में ध्वजारोहण का सम्मान मिला है तो भूपेश बघेल को ईर्ष्या हो रही है। उन्हें यह पीड़ा इसलिए है कि वे परिवार विशेष की अगली पीढ़ी के सामने किसी दरबारी के समान हाथ बांधकर, नजरें नीची करके सेवक की मुद्रा में खड़े होने के लिए अभिशप्त हैं। क्योंकि वे उस प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के वालेंटियर हैं जो जनसेवा के नाम पर राजनीतिक संस्थान चला रही है। भूपेश बघेल चिंता न करें, डा. रमन को भाजपा में बड़े दायित्व मिलते रहे हैं, मिलते रहेंगे। उन्होंने कहा भूपेश आपकी चला चली की बेला है। आप अपने भविष्य की चिंता करें।
कांग्रेस और भाजपा में फर्क है
पूर्व मंत्री मूणत ने मुख्यमंत्री के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि भूपेश बघेल को मुख्यमंत्री बने मात्र 4 वर्ष हुए हैं। डा. रमन सिंह तो 15 वर्षों तक छत्तीसगढ़ में ध्वज फहराते रहे हैं। डा. रमन सिंह के स्तर तक पहुंचने के लिए सीएम बघेल को अभी बहुत लंबा सफर तय करना पड़ेगा। कांग्रेस और भाजपा में यही फर्क है। भाजपा अपने कार्यकर्ता को सम्मान देना जानती है। भाजपा में सभी कार्यकर्ता होते हैं और कार्यकर्ता ही नेतृत्व करते हैं। बूथ स्तर का कार्यकर्ता राष्ट्रीय अध्यक्ष और प्रधानमंत्री बनता है।
कार्यकर्ता पार्षद से केंद्रीय मंत्री, मुख्यमंत्री और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनता है। कार्यकर्ता राष्ट्रीय मुख्यालय में ध्वज फहरा आता है। कांग्रेस चाटुकारों की फौज है। गांधी परिवार के अलावा किसी का कोई सम्मान नहीं है। भूपेश बघेल जैसे सभी कांग्रेस नेता गांधी परिवार की सेवादारी में लगे रहते हैं।