गुरुआस्था समाचार
सड़क चौड़ीकरण के नाम पर भरी बरसात में 500 से अधिक मकानों को तोड़ने की तैयारी,भड़का आक्रोश घेरा कलेक्ट्रेट,
बिलासपुर – सड़क चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण के नाम पर करीब दस हजार परिवारों के मकान को तोड़ने की तैयारी चल रही है। यहां रहने वाले लोगों का कहना है कि वे 28 साल से रह रहे हैं और उन्हें सरकार ने पूर्व में पट्टा दिया था। लेकिन, अब उन्हें नया मकान देने के नाम पर बरगलाकर बेदखल किया जा रहा है। इससे नाराज लोग सड़क पर उतर गए और कलेक्ट्रेट का घेराव कर जमकर हंगामा मचाया। पूरा मामला सरकंडा के चांटीडीह क्षेत्र का है।
दरअसल, नगर निगम ने चांटीडीह के मेलापारा और आसपास की सड़कों का चौड़ीकरण और सौंदर्यीकरण करने की योजना बनाई है, जिसके जद में आने वाले 500 से अधिक मकानों को तोड़ने की तैयारी चल रही है। नगर निगम पहले दौर में 25 से 30 मकानों को तोड़ चुकी है। जबकि, वहां रहने वाले परिवार के लोग इस कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं।
भीड़ के साथ कलेक्ट्रेट पहुंचे विजय कुमार श्रीवास ने बताया कि साल 1984 में उन्हें नगर निगम ने रहने के लिए पट्टा दिया था। जिसके बाद यहां बस्ती बनाकर 10 हजार से ज्यादा परिवार के लोग रह रहे हैं। तब से परिवार के लोग यहां काबिज हैं। फिर बाद में उन्हें गुमराह किया गया। छह माह पहले बताया गया कि उन्हें प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत घर बनाकर दिया जाएगा। इसके लिए 85 हजार रुपए लिया गया। लेकिन, अब उन्हें बस्ती से हटाकर मकान को तोड़ा जा रहा है। हमें मकान नहीं चाहिए, हमें अपनी जमीन पर ही पट्टा व मकान बना कर दिया जाए।
दरअलस, सरकंडा के लिंगियाडीह स्थित अपोलो अस्पताल रोड को चौड़ीकरण करने की योजना है। इसमें रोड किनारे अवैध कब्जा कर बनाए गए मकानों को तोड़ने के लिए सर्वे किया जा चुका है। इसके साथ ही रहवासियों को नोटिस देकर कब्जा खाली करने के लिए कहा गया है। नगर निगम से नोटिस मिलते ही लोगों ने यहां भी अतिक्रमण हटाने का विरोध शुरू कर दिया है। उन्होंने एसडीएम साकेत वर्मा से अवैध कब्जा नहीं हटाने की मांग की। उन्होंने रहवासियों को समझाइश देकर नया मकान देने का भरोसा दिलाया था।