गुरुआस्था समाचार
महिला उत्थान मंडल कवर्धा के द्वारा सुदूर आदिवासी अंचल में मातृ-पितृ पूजन एवं कंबल वितरण
कवर्धा – पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की पावन सद्प्रेरणा से संचालित महिला उत्थान मंडल कवर्धा की बहनों के द्वारा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी आज कबीरधाम जिले के बोड़ला ब्लॉक के अंतर्गत आने वाले सुदूर आदिवासी अंचल ग्राम पंचायत रानीदहरा के आश्रित ग्रामों में सैकड़ो गरीब आदिवासी परिवारों के बीच कंबल, सहित महिलाओं को साड़ी वितरण किया गया।
महिला उत्थान मंडल के द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में रानीदहरा ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम पंडाटोला, बीचपारा, झुंगाटोला, बांधाटोला चोरभट्टी के आश्रित ग्राम तेंदुआडीह सहित आधा दर्जन गांवों के सैकड़ो गरीब आदिवासी परिवारों को चिन्हांकित कर कंबल सहित अन्य सामग्रियां वितरण किया गया। इस दौरान श्री योग वेदांत सेवा समिति कवर्धा के सदस्यों में कपूरचंद्र ठाकरे जी, गणेश साहू, उदय राजपूत एवं महिला उत्थान मंडल की बहनों में प्रमुख रूप से सुनीता रघुवंशी, गायत्री राजपूत, स्वाति नुरूटि उपस्थित थे।
मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम
आदिवासी परिवारों में नशा के प्रति जागरूक करते हुए गांव में भव्य रूप से मातृ-पितृ पूजन का कार्यक्रम भी आयोजन किया गया था।
आपको बता दें कि पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की पावन सत्प्रेरणा से सन् 2006-07 से 14 फरवरी के दिन को “मातृ-पितृ पूजन दिवस” के रूप में मनाया जाता है। पूज्य संत श्री आशारामजी बापू से जुड़े हुए साधक, समिति, कई धार्मिक संगठन गांव-गांव गली मोहल्ले, स्कूल कॉलेजों में जाकर यह कार्यक्रम आयोजित करते हैं। कई राज्य सरकारें अपने राज्यों के स्कूलों में यह कार्यक्रम आयोजित करने का निर्देश दे रखा है। छत्तीसगढ़ में भी 2012 में तत्कालीन मुख्यमंत्री रहे माननीय डॉ. रमन सिंह जी ने स्कूलों में मातृ पितृ पूजन दिवस मनाने का आदेश पारित किया था।
सत्संग कार्यक्रम एवं कंबल वितरण
श्री योगदान सेवा समिति के द्वारा अंग्रेजी नव वर्ष के शुभारंभ पर भोरमदेव आश्रम में एक दिवसीय गीता भागवत सत्संग कार्यक्रम आयोजित कर मातृ-पितृ पूजन कार्यक्रम भी मनाया गया। इस दौरान युवा सेवा संघ रायपुर के सदस्यों द्वारा भोरमदेव आश्रम में आए हुए सैकड़ो गरीब आदिवासी परिवारों को कंबल वितरण भी किया गया।