गुरुआस्था समाचार
श्री योग वेदांत सेवा समिति कवर्धा के सदस्यों ने निकाली मौन रैली, मनाया काला दिवस और राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन ,
कवर्धा – परहित, समाजोत्थान एवं भारतीय सनातन संस्कृति के रक्षार्थ अपना सम्पूर्ण जीवन अर्पित करनेवाले आशारामजी बापू जैसे ब्रह्मवेत्ता संत पर बोगस आरोपों के तहत पिछले लगभग 10 सालों से हो रहे अन्याय एवं अत्याचार को रोककर उनकी तत्काल रिहाई हेतु श्री योग वेदांत सेवा समिति महिला उत्थान मंडल एवं युवा सेवा संघ के सदस्यों ने महामहिम राष्ट्रपति के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
बापूजी की पावन प्रेरणा व मार्गदर्शन में पिछले 55 वर्षों से समाज-कल्याण, संस्कृति-संरक्षण व महिला-उत्थान के विभिन्न सेवाकार्यों का निरंतर संचालन होता रहा है। पूज्य बापूजी के जीवन, उपदेशों तथा उनके द्वारा चलाये जा रहे विविध संयम-सदाचार प्रेरित सेवा-प्रकल्पों से लाखों-लाखों युवक-युवतियों को सही दिशा मिली है, लाखों बच्चे सुसंस्कारित हुए हैं। अनैतिकता, विकारों, व्यसनों में पड़े अनगिनत लोगों का जीवन बदला है।
लोकहित में अपना पूरा जीवन अर्पित करनेवाले संयममूर्ति ऐसे महापुरुष को षड्यंत्र के तहत झूठे आरोपों में फँसाया गया है। इन आरोपों को सिद्ध करने के लिए न्यायालय के पास एक भी सीधा प्रमाण नहीं है। यह बात जोधपुर के स्पेशल कोर्ट ने अपने निर्णय में स्पष्टरूप से स्वीकार की है। फिर भी बापूजी को आजीवन कारावास की सजा दी गयी है!
एक लड़की के झूठे आरोपों को सत्य माना जाता है और बापूजी की निर्दोषता के अनेकों ठोस सबूतों को अनदेखा एवं देश-विदेश की लाखों-करोड़ों महिलाओं, बच्चों एवं पुरुषों की सच्ची आवाज को अनसुना कर दिया जाता है! आखिर क्यों ? हम देश-विदेश की करोड़ों महिलाओं, पुरुषों की ओर से यह माँग करते हैं कि उपरोक्त सभी तथ्यों पर गौर करते हुए संत श्री आशारामजी बापू को शीघ्र रिहा किया जाय। इससे लोकतंत्र के स्तम्भों के प्रति जनता का विश्वास सुदृढ़ होगा।
देश के करोड़ों साधक परिवार सहित सैकड़ों संगठन पूज्य बापूजी की शीघ्र रिहाई के लिए ज्ञापन तो दिए साथ ही 31 अगस्त को काला दिवस मनाते हुए मौन रैली निकालकर विरोध प्रदर्शन भी किए।