गुरुआस्था समाचार
कोयला वेतन समझौता को जल्द पूरा न करने पर कोल उद्योग में होगा तीव्र आंदोलन…
BMS के कोल उद्योग प्रभारी श्री के.लक्ष्मा रेड्डी
भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष और बी के के एम एस बिलासपुर के मीडिया संयोजक श्री शंखध्वनि सिंह बनाफर ने बताया कि कोयला उद्योग में प्रबंधन के अड़ियल रवैये के कारण एक बार फिर आंदोलन की स्थिति बन सकती है। भारतीय मजदूर संघ के कोयला उद्योग प्रभारी श्री के लक्ष्मी रेड्डी जी ने प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा है किकोयला उद्योग में कार्यरत कामगारों का वेतन समझौता -11 का सिर्फ मिनिमम गारंटी बेनिफिट 19 प्रतिशत में ही जे बी सी सी आई कि 8 वीं बैठक मे सहमति बनी है।
अन्य सभी शेष बिंदुओंपर जल्द बैठक बुलाकर मार्च 2023 के अंत तक फाइनल करने का भारतीय मजदूर संघ ने पुरजोर प्रयास किया।लेकिन कोल इंडिया प्रबंधन के कुछ शीर्ष अधिकारी जानबूझकर किसी संघठन विशेष को मदद करने के चक्कर में 10 फरवरी 2023 को कोलकाता हाईकोर्ट का निर्णय आनेके पश्चात भी जे बी सी आई कि 9 वी बैठक आयोजित करने में जानबूझकर विलंब किया।जिससे अन्य जे बी सी सी आई 11 के अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर अभीतक चर्चा कर सहमति बनाना शेष रह गया है। भारतीय मजदूर संघ प्रयासरत है कि जल्द ही जेबीसीसीआई की होनेवाली बैठक में सभी यूनियन से समन्वय बनाकर 11वें वेतन समझौता को अंतिम रूप दिया जाएगा उसके बाद ही इसे मंत्रालय को स्वीकृति के लिए भेजा जाएगा।
इस बीच कुछ ऑनलाइन और सोशल मीडिया ग्रुप चलाने वाले अज्ञानी, स्वार्थपरस्त तथाकथित पत्रकार(अपने आपको बोलने वाले) द्वारा BMS एवं कोल उद्योग प्रभारी के खिलाफ दुष्प्रचार कर कोयला मजदूरों को भ्रमित करनेका कार्य कर रहे है की 19 प्रतिशत MGB अभी तक लागू नही हुई है और मामला अधर में लटका है।जबकि अभीतक वेतन समझौता के अन्य शेष बिन्दुओं पर आम सहमति नहीं बनी है।सभी बिंदुओं पर आम सहमति बनने के उपरांत ही मंत्रालय में अप्रूवल के लिए भेजा जाता है।इसके पूर्व के वेतन समझौता में भी यही हुआ है।और यही प्रैक्टिस भी है।
भारतीय मजदूर संघ जे बी सी सी आई की 9वीं बैठक जल्द हो इसलिए प्रयासरत है। जे बी सी सी आई कि 9 वीं बैठक में BMS अन्य सभी यूनियन के साथ समन्वय बनाकर मजदूर हित में जल्द वेतन समझौता को अंतिम रूप देने के लिए कोल इंडिया प्रबंधन पर दबाव बनाएगा।प्रबंधन द्वारा यदि अड़ियल नीति अपनाने गया तो कोल उद्योग में तीव्र आंदोलन किया जाएगा।