गुरुआस्था समाचार
ईडी v/s सीएम भूपेश – ED का दावा मुख्यमंत्री भूपेश को मिले 508 करोड़…
केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी (ED) ने अपनी ओर से एक प्रेस रिलीज किया है। जिसमे सीधे तौर पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) के नाम का भी जिक्र किया है।इस मामले को लेकर प्रदेश के चुनावी माहौल में गर्माहट आ चुकी है। प्रदेश भाजपा के बड़े नेता पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने भी सट्टेबाजी का आरोप लगाया भी था।महादेव एप की चर्चा जोरों पर है।
प्रवर्तन निदेशालय (ED)ने शुक्रवार को दावा किया कि उसने पैसे का लेन-देन करने वाले एक व्यक्ति का बयान दर्ज किया है, जिसने आरोप लगाया है कि महादेव सट्टेबाजी ऐप के प्रमोटर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) को अब तक 508 करोड़ रुपए का भुगतान कर चुके हैं। ईडी ने कहा कि यह जांच का विषय है।
एजेंसी चुनाव वाले राज्य छत्तीसगढ़ में पैसे का लेन-देन करने वाले असीम दास के पास से 5.39 करोड़ रुपए बरामद करने के बाद उसे गिरफ्तार कर चुकी है। ईडी (ED) महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप और उसके प्रवर्तकों के खिलाफ धनशोधन रोधी कानून के तहत जांच कर रही है।एजेंसी ने एक बयान में कहा, “असीम दास से पूछताछ, उसके पास से बरामद फोन की फोरेंसिक जांच और शुभम सोनी (महादेव नेटवर्क के उच्च पदस्थ आरोपियों में से एक) द्वारा भेजे गए ईमेल की पड़ताल से कई चौंकाने वाले आरोप सामने आए हैं। पता चला है कि महादेव ऐप के प्रमोटर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) को अतीत में नियमित तौर पर भुगतान करते रहे हैं और अब तक लगभग 508 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। ईडी (ED)ने कहा, “यह जांच का विषय है.” छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए दो चरणों में मतदान होगा. पहले चरण में सात नवंबर, जबकि दूसरे चरण में 17 नवंबर को मतदान होगा।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Bhupesh Baghel) ने कहा ईडी मेरी छवि धूमिल करने की कुत्सित प्रयास कर रही….
उन्होने कहा -जैसा कि मैंने पहले कहा है कि भारतीय जनता पार्टी ईडी, आईटी, डीआरआई और सीबीआई जैसी एजेंसियों के सहारे छत्तीसगढ़ का चुनाव लड़ना चाहती है। चुनाव के ठीक पहले ईडी ने मेरी छवि धूमिल करने की सबसे कुत्सित प्रयास किया है। यह कांग्रेस की लोकप्रिय सरकार को बदनाम करने का राजनीतिक प्रयास है जो ईडी के माध्यम से किया जा रहा है। महादेव ऐप’ की कथित जांच के नाम पर ईडी ने पहले मेरे करीबी लोगों को बदनाम करने के लिए उनके घर छापे डाले और अब एक अनजान से व्यक्ति के बयान को आधार बनाकर मुझ पर 508 करोड़ लेने का आरोप लगा दिया है।
ईडी की चालाकी देखिए कि उस व्यक्ति का बयान ज़ाहिर करने के बाद एक छोटे से वाक्य में लिख दिया है कि बयान जांच का विषय है। अगर जांच नहीं हुई है तो एक व्यक्ति के बयान पर प्रेस रिलीज़ जारी करना न केवल ईडी की नीयत को बताता है बल्कि इसके पीछे केंद्र सरकार की बदनीयती को भी ज़ाहिर करता है। इस समय राज्य में चुनाव हो रहे हैं. सब कुछ चुनाव आयोग के हाथों में है। पुलिस के अलावा सीआरपीएफ़ के जवान जांच कर रहे हैं। ऐसे में सवाल यह उठता है कि इतनी बड़ी रकम लेकर लोग किस तरह से छत्तीसगढ़ पहुंच पा रहे हैं? कहीं इसमें भी तो केंद्रीय एजेंसियों की सांठगांठ नहीं चल रही है? कहीं ये रकम उन संदूकों में तो भरकर नहीं लाई गई है जो ईडी के अफ़सरों और सुरक्षा एजेंसियों के साथ विशेष विमान से तो नहीं पहुंची है?
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, (Narendra Modi )केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दोनों मिलकर भी कांग्रेस का छत्तीसगढ़ में मुकाबला नहीं कर पा रहे हैं तो वे जांच एजेंसियों के सहारे चुनाव लड़ना चाहते हैं। ईडी के ख़िलाफ़ मैंने खुले बयान दिए हैं और जनता को बताता रहा हूं कि ईडी (ED)किस तरह से काम करती है। वह पहले लोगों के नाम तय करती है फिर लोगों को गिरफ़्तार करके धमकाती डराती है और नाम लेने के लिए बाध्य करती है। इसके लिए वह किसी भी हद तक जा सकती है। मारना, डराना धमकाना तो सामान्य बात है। कांग्रेस तैयार है. कांग्रेस का एक एक कार्यकर्ता तैयार है। ई डी, आईटी जैसी एजेंसियों के मुक़ाबले के लिए छत्तीसगढ़ की जनता हमारे साथ है।