शिक्षा विभाग की मनमानी : रिटायर्ड 27 कर्मचारियों को पिछले एक साल से पेंशन नहीं , शिक्षकों ने कलेक्टर से की शिकायत , पढ़ें पूरी खबर – गुरुआस्था समाचार

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शिक्षा विभाग की मनमानी : रिटायर्ड 27 कर्मचारियों को पिछले एक साल से पेंशन नहीं , शिक्षकों ने कलेक्टर से की शिकायत ,

बिलासपुर – स्कूल शिक्षा विभाग के रिटायर्ड 27 कर्मचारियों को पिछले एक साल से पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा है। इसके कारण उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो गई है। पेंशन की राशि जारी करने के लिए कर्मचारियों ने कई बार अफसरों के चक्कर लगाए। इसके बावजूद टेंशन की समस्या दूर नहीं हो पाई है। ऐसे शिक्षकों ने कलेक्टर से शिकायत कर न्याय दिलाने की मांग की है।

पंधी स्कूल की सेवानिवृत प्रिंसिपल मंजुला शुक्ला ने कलेक्टर सौरभ कुमार से शिकायत की है। उन्होंने बताया कि 13 महीने से शिक्षा विभाग के बाबू पेंशन के लिए घुमा रहे हैं। मामले की शिकायत शिक्षा सचिव आलोक शुक्ला से भी की गई है।।

स्कूल शिक्षा विभाग के रिटायरमेंट अधिकारी-कर्मचारियों को पेंशन निकालने के लिए बाबूओं के चक्कर लगाने पड़ रहें हैं। इनका दावा है कि जिम्मेदार अफसर और शाखा प्रभारी लिपिक पेंशन पास न बनाने के लिए अनेक बहाने बनाते हैं। हालात यह है कि नो-ड्यूज के नाम पर कई साल से पेंशन प्रकरण लटकाकर रखे हुए हैं तो किसी रिटायर्ड कर्मचारी को पुरानी रिकवरी दिखाकर परेशान किया जा रहा है।

सारी चीजें दुरुस्त होने पर प्रकरण लंबित होने का सारा दोष रायपुर कार्यालय पर थोप दिया जाता है।मिडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद 17 अप्रैल को सात कर्मचारी शिक्षा विभाग पहुंचे थे। उन्होंने पेंशन नहीं मिलने की शिकायत शिक्षा विभाग के सहायक संचालक पी दासरथी से की।

इसके अलावा पंधी स्कूल की रिटायर्ड प्रिंसिपल मंजुला शुक्ला ने मामले की लिखित शिकायत कलेक्टर से की है। उन्होंने बताया कि वे 31 फरवरी 2022 से रिटायर हो चुकी है। इसके बाद भी आज तक समूह बीमा योजना और परिवार कल्याण की राशि नहीं मिली है। इसके लिए शिक्षा विभाग के पेंशन शाखा में कई बार संपर्क किया गया लेकिन आज तक इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी जा रही है।

उन्होंने बताया कि शिक्षा विभाग के कर्मचारियों और बाबूओं द्वारा पिछले 13 महीने से घुमाया जा रहा है। हर बार कार्यालय पहुंचने पर अलग-अलग तरह की आपत्तियां और कमियां बताकर उनके प्रकरण में और समय लगने की बात कही जाती है। इसकी शिकायत वे अधिकारियों से कर चुके हैं।

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