गुरुआस्था समाचार
बिलासपुर में बदहाल ट्रैफिक व्यवस्था, यातायात विभाग की नाकामी , नो एंट्री में बेखौफ होकर दौड़ रहे भारी वाहन ने सिक्योरिटी गार्ड की ली जान,
बिलासपुर – छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में ट्रैफिक व्यवस्था बदहाल है। इसी कड़ी में बिलासपुर में गुरुवार को तेज रफ्तार हाइवा ने बाइक सवार सिक्योरिटी गार्ड का काम करने वाले युवक को टक्कर मार दी, जिससे युवक का सिर वाहन के नीचे आ गया। जिससे उसकी मौत हो गई। घटना सरकंडा थाना क्षेत्र की है। दरअसल, शहर में नो एंट्री में बेधड़क भारी वाहन दौड़ रहे है, जिससे आए दिन दुर्घटना होने की आशंका बनी रहती है। फिर भी जिम्मेदार अफसर इस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं।
जानकारी के अनुसार कोटा के पिपरतराई निवासी संजय कुर्रे (25) पिता सोन दास कुर्रे सिक्यूरिटी गार्ड का काम करता था। इसके साथ ही वो प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कर रहा था। गुरुवार दोपहर वो सीपत चौक से राजकिशोर नगर तरफ जा रहा था। अभी बाइक सवार युवक अशोक नगर चौक के पास पहुंचा था। उसी समय तेज रफ्तार हाईवा ने उसे कुचल दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
जाम की स्थिति निर्मित हो गई। दूसरे वाहन से टकराकर गिरा युवक
बताया जा रहा है कि युवक अपनी बाइक पर सवार था। इसी दौरान सामने चल रहे किसी दूसरी गाड़ी वाले ने अचानक गेट खोला, जिससे ठोकर लगने से वह पीछे से आ रहे हाईवा की चपेट में आ गया और पहिए के नीचे दब गया।
हादसे के बाद लगा जाम, मौके पर पहुंची पुलिस
इस हादसे के बाद अशोक नगर चौक के पास जाम की स्थिति निर्मित हो गई। लोगों की भीड़ के चलते दोनों तरफ से वाहनों की कतार लगी रही। खबर मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, जिसके बाद युवक के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। फिर पुलिस ने जाम हटवा कर वाहनों की आवाजाही शुरू कराई।
हाइवा जब्त
नो एंट्री फिर भी बेधड़क दौड़ रहे भारी वाहन शहर में दिन के समय में नो एंट्री है। ऐसे में शहर के भीतर भारी वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित है। लेकिन, शहर के सभी मुख्य मार्गों में नो एंट्री में लगातार भारी वाहनों की आवाजाही चल रही है। इसके चलते हादसे भी हो रहे हैं। इसके बावजूद जिम्मेदार अफसर नो एंट्री में चलने वाले वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं करते।
बदहाल ट्रैफिक-कोर्ट कमिश्नर करेंगे पड़ताल और हाई कोर्ट को सौंपेंगे रिपोर्टडिवीजन बेंच ने कोर्ट कमिश्नरों को 28 दिनों की दी मोहलत
छत्तीसगढ़ के बिलासपुर स्थित हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस रमेश सिन्हा ने खराब ट्रैफिक व्यवस्था को लेकर कोर्ट कमिश्नरों को प्रदेशभर के ट्रैफिक सिस्टम की पड़ताल करने और रिपोर्ट पेश करने कहा है। इसके लिए डिवीजन बेंच ने कोर्ट कमिश्नरों को 28 दिन का समय दिया है। पीआइएल की अगली सुनवाई 17 दिसंबर को होगी। बता दें कि पूर्व में राज्य शासन द्वारा पेश रिपोर्ट को नाकाफी बताते हुए डिवीजन बेंच ने नाराजगी जताई थी। साथ ही कोर्ट कमिश्नरों ने पूरी रिपोर्ट पेश करने कहा था। सोमवार को पीआइएल की सुनवाई हुई।
प्रदेश की खराब ट्रैफिक सिस्टम के कारण हो रही सडक दुर्घटनाओं को लेकर हाई कोर्ट ने स्वत: संज्ञान में लेते हुए जनहित याचिका के रूप में सुनवाई प्रारंभ की है। सडक पर आवारा मवेशियों के जमा होने से लेकर भारी वाहनों की चपेट में आकर मारे जा रहे मवेशियों का भी उल्लेख पीआइएल की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस ने किया था। आवारा मवेशियों की सुरक्षित जगह पर शिफ्टिंग के अलावा यातायात व्यवस्था की पड़ताल करने और रिपोर्ट पेश करने के लिए अधिवक्ता प्रांजल अग्रवाल व रविंद्र शर्मा को कोर्ट कमिश्नर नियुक्त किया है।
बीते सुनवाई के दौरान कोर्ट कमिश्नरों ने डिवीजन बेंच को बताया था कि बिलासपुर और आसपास कई प्रमुख मार्गों पर निरीक्षण के बाद यह जानकारी मिली कि सडकों से मवेशियों को हटाने की कोई योजना ही नहीं है। सुबह जिन मवेशियों को हटाया जाता है , शाम को फिर वहीं पर वापस आ जाते हैं। जब तक नगर निगम, नगर पंचायत , पंचायत जैसे स्थानीय प्रशासन समुचित उपाय नहीं करेंगे इसका हल नहीं निकलेगा।