प्राइवेट हॉस्पिटल में एक दिन का शुल्क 10 हजार, CIMS में यह सुविधा मिलेगी निशुल्क , पढ़ें पूरी खबर – गुरुआस्था न्यूज़

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प्राइवेट हॉस्पिटल में एक दिन का शुल्क 10 हजार, CIMS में यह सुविधा मिलेगी निशुल्क

बिलासपुर – छत्तीसगढ़ आयुर्विज्ञान संस्थान (CIMS) में अब जल्द ही हाई टेक ICU में गंभीर मरीजों को इलाज की सुविधा मिल सकेगी। सिम्स प्रबंधन ने चिल्ड्रन वार्ड को ICU वार्ड के रूप में बदल दिया है। यहां का ICU अब बड़े निजी अस्पतालों की तरह नजर आने लगा है। प्रबंधन ने इसे मरीजों के लिए शीघ्र ही शुरू करने की बात कही है।

सिम्स बिलासपुर संभाग का सबसे बड़ा मेडिकल कॉलेज हैं। यहां ओपीडी में रोज करीब पांच हजार मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया जाता है। ऐसे में प्रबंधन ने मरीजों को बेहतर सुविधा मुहैया कराने का प्रयास शुरू कर दिया है। यहां के पुराने भवन में संचालित चिल्ड्रन वार्ड को फिलहाल दूसरी जगह में शिफ्ट कर दिया है। वहीं, अब चिल्ड्रन वार्ड में 36 बेड का हाई टेक ICU वार्ड बनाया गया है।

कंप्यूटराइज्ड उपकरण के साथ ही बेड भी है हाईटेक
वार्ड को व्यवस्थित करने के साथ ही इसे कंप्यूटराइज्ड किया गया है। हाई टेक बेड के साथ ही ICU में जरूरत के हिसाब से सभी आधुनिक उपकरण लगाए जा रहे हैं। यहां हर बेड में मॉनिटर लगाया गया है। जिसे इन्स्टॉल करने का काम चल रहा है। जल्द ही इसका संचालन भी शुरू हो जाएगा और मरीजों को बेहतर उपचार के साथ सुविधाएं भी मिलेगी।

प्राइवेट हॉस्पिटल में एक दिन का शुल्क 10 हजार
बड़े निजी अस्पताल के NICU यूनिट की तर्ज पर इसे बनाया गया है। निजी अस्पताल में इस तरह के AICU बेड में प्रतिदिन के हिसाब से मरीजों से 8 से 10 हजार रुपए शुल्क लिया जाता है। जबकि CIMS में यह सुविधा निशुल्क मिलेगी। वार्ड में सभी प्रकार के हाई टेक्नोलॉजी उपकरण लगाए गए हैं।

65 हजार रुपए का एक बिस्तर
सिम्स में शुरू होने वाले AICU के एक बिस्तर की कीमत करीब 65 हजार रुपए बताई जा रही है। AICU बेड पूरी तरह से रिमोट से संचालित रहेगा। बेड को उठाना, नीचे करना, छोटा करना सभी काम रिमोट के एक क्लिक से होगा। इस तरह के बिस्तर जिले के किसी भी सरकारी अस्पताल में पहली बार लगाए गए हैं। इसके साथ ही आधुनिक उपकरणों की भी सुविधा मुहैया कराई जा रही है।

डीन बोले- दो सप्ताह में हो जाएगा शुरू
सिम्स के डीन डॉ. केके सहारे ने बताया कि वार्ड में गंभीर बच्चों के साथ ही बड़ो का उपचार संभव हो सकेगा। यह यूनिट आने वाले एक से दो सप्ताह में तैयार कर लिया जाएगा। इसके बाद यहां मरीजों की भर्ती शुरू कर दी जाएगी। इसके रखरखाव पर भी विशेष ध्यान दिया जाएगा। ताकि, दूसरे वार्डों की तरह यहां कोई अव्यवस्था न हो।

साभार दैनिक भास्कर वेव

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