गुरुआस्था समाचार
विश्व का एक ऐसा पर्व जिसे कबीरधाम जिले के सभी जाति धर्म के लाखों लोगों ने बड़े धूमधाम से मनाया…
जिला मुख्यालय से महज 25 कि.मी. की दूरी पर स्थित सहसपुर लोहारा नगर पंचायत में श्री योग वेदांत सेवा समिति सहसपुर लोहारा के सदस्यों द्वारा आयोजित श्रीमद् भागवत कथा पंडाल में पूज्य संत श्री आशारामजी बापू की साधिका शिष्या सुशीला बहन जी के द्वारा भव्य मात्रृ-पितृ पूजन कार्यक्रम संपन्न हुआ।
इस भव्य मात्रृ-पितृ पूजन कार्यक्रम में दो दर्जन गांवों के हजारों जन समुदाय के अलावा दर्जनों सामाजिक संगठन के सदस्य इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए थे।
लोहारा नगर में उमडता जन सैलाब माता पिता के आंखों में आसूं बच्चों के हृदय में माता पिता के लिए प्यार देखते ही बन रहा था। कार्यक्रम के अंत में सैकड़ों माता-पिता एवं बच्चों ने अपने घरों में प्रति दिवस अपने माता पिता का पूजन करने का संकल्प भी लिया। बापूजी का भारत को विश्व गुरु बनाने का संकल्प आज साकार हो रहा है।
14 फरवरी को वैलेंटाइन डे मना कर गुमराह हो रहे हमारे युवा पीढ़ी को सही मार्ग दिखाते हुए विश्व वंदनी परम पूज्य संत श्री आशाराम जी बापू ने 2007 में मातृ-पितृ पूजन दिवस मनाने का आवाहन किया था। तब से बापू जी की प्रेरणा से यह मातृ पितृ पूजन का आयोजन पूरे विश्व में धूमधाम से होता है। कई राज्यों की राज्य सरकारे अपने-अपने राज्यों एवं स्कूलों में 14 फरवरी को मातृ पितृ पूजन दिवस मनाना अनिवार्य कर दिया है। छत्तीसगढ़ में भी 2012 के तत्कालीन सरकार ने भी स्कूलों में 14 फरवरी को मातृ पितृ पूजन मनाने का आदेश पारित किया था।
कबीरधाम जिले में 1 लाख बच्चों ने अपने माता-पिता का किया पूजन
पूज्य संत श्री आशाराम जी बापू द्वारा प्रेरित विभिन्न सामाजिक संगठन जिसमें मुख्यता महिला उत्थान मंडल, बालसंस्कार, युवा सेवा संघ, एवं श्री योगदान सेवा समिति के दर्जनों कार्यकर्ताओं के द्वारा विगत 1 महीने पूर्व से ही दर्जनों स्कूलों सहित लगभग ढाई सौ गांव मोहल्लो एवं विशेषकर भागवत कथा पंडालों में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान करीब 1 लाख माता-पिता का पूजन बच्चों के द्वारा हुआ।