गुरुआस्था समाचार
तखतपुर शहर में नवरात्रि सप्तमी की रात माँ काली की निकली सवारी ,देवी का रौद्र रूप देखने उमड़े हजारों श्रद्धालु
बिलासपुर – छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले के तखतपुर शहर में नवरात्रि की सप्तमी की रात माँ काली की सवारी निकली। मां की सवारी देखने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी थी। माँ काली के हाथों में जलता हुआ खप्पर और तलवार की सवारी को देखने के लिए आसपास दर्जनों गांवों के लोग पहुंचे।
बता दें कि तखतपुर में नवरात्र के सप्तमी में हजारों भक्त और श्रद्धालु माँ काली की सवारी और उनका दर्शन कर आशीर्वाद लेने आते हैं। माँ काली की सवारी टिकरीपारा निवासी दिनेश निर्मलकर पर आती है। पिछले एक दशक से दोनों नवरात्र के अवसर पर सप्तमी को देवी माँ की हाजिर होती हैं और माँ काली की वेशभूषा में, जलता हुआ खप्पर, तलवार, नीबू, श्रृंगार आदि से वह तैयार होता है।
इसके बाद उसके निवास से सफ़र की शुरुआत कर मंडी चौक होते हुए माँ महामाया, कालीमाता मंदिर से चंडी देवी के दरबार पहुंचकर दर्शन होता है। इस तरह पूरे नगर में फेरी कर वापस घर लौटकर देवी शांत हो जाती है। इस काली माँ की यात्रा में ख़ास बात ये है कि हजारों श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास बढ़ता ही चला जा रहा है, मानो काली माँ के फेरे के बिना नवरात्र का पर्व जिलेवासियों के लिए फीका होता है।
यही वजह है कि माँ काली की यात्रा की लोकप्रियता बढ़ते चली जा रही है और सोशल मिडिया में उनका वीडियो सर्वाधिक सर्च किया जाता है। अर्थात माँ काली की महिमा यात्रा देखते ही देखते कुछ सालों में काफी मशहूर भी हुई है और प्रदेश के अलग-अलग शहरों से भी लोग बड़ी संख्या में शामिल होने तखतपुर आते हैं।