गुरुआस्था समाचार
जैन मुनि की हत्या : समाज के लोगों ने रैली निकालकर किया विरोध,धर्म गुरुओं को सुरक्षा देने की रखी मांग,
बिलासपुर – कर्नाटक में जैन मुनि आचार्य काम कुमार नंदी की हत्या और जैन तीर्थ स्थलों पर हो रहे कब्जे के विरोध में गुरुवार को बिलासपुर के जैन समुदाय के लोगों ने रैली निकाल कर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान विरोध स्वरूप समाज के कारोबारियों ने अपने संस्थानों को बंद रखा और नवकार मंत्र का जाप कर समाज के साधु संतों की सुरक्षा की मांग की।
देशभर में पिछले 11 दिनों से मौन जुलूस, विरोध प्रदर्शन कर सरकार से संतों और मंदिरों की सुरक्षा की मांग की जा रही है। इस घटना से जैन समाज के लोगों में नाराजगी है।इसी कड़ी में गुरुवार को समाज की महिलाएं सहित बड़ी संख्या में लोग राघवेंद्र राव सभा में एकत्रित हुए, जहां से उन्होंने रैली निकालकर विरोध-प्रदर्शन किया।
रैली देवकी नंदन चौक, कोन्हेर गार्डन नेहरू चौक होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि भारत की वसुंधरा धर्म गुरुओं के आधार पर ही जीवित और जीवंत रही है। इसी वसुंधरा पर मुनिश्री 108 कामकुमार नंदी महाराज की निर्मम हत्या, शर्मनाक कृत्य है।
समाज के पदाधिकारियों ने जैन साधु-साध्वियों की सुरक्षा के साथ-साथ जैन धर्म, श्रमण तीर्थों व समाज को संरक्षण और सुरक्षा देने की मांग की है। पदाधिकारियों ने कहा कि जैन समाज के साथ-साथ सर्व समाज के ऐसे संत जो आजीवन पैदल विहार करते हैं, उनके रात्रि विश्राम के लिए जगह-जगह पर सामुदायिक आश्रय स्थल बनाए जाएं। समाज के संरक्षण के लिए सभी राज्यों के अल्पसंख्यक आयोगों में जैन सदस्यों को स्थान दिया जाए।
दाधिकारियों ने कहा कि बिलासपुर में होटल ईस्ट पार्क अग्रसेन चौक के पास नगर निगम की स्वीकृति पर जैन सभा की ओर से स्टील गेट (आचार्य विद्यासागर द्वार) का निर्माण कराया गया था। आचार्य विद्यासागर द्वार के नाम से इसकी पहचान थी, इसमें क्षमा वीरस्य भूषणम लिखा था। कुछ वर्ष पूर्व उस द्वार को वहां से हटा दिया गया है, जिसके कारण सकल जैन समाज के लोगों में आक्रोश है।
उन्होंने कहा कि लगातार जैन समाज की भावनाओं को नजरअंदाज किया जा रहा है, जिसके विरोध में यह प्रदर्शन किया गया है। इस दौरान समाज के लोगों ने नगर निगम पहुंचकर नवकार मंत्र का जाप करते हुए हमेशा की तरह शालीनता से अपनी बातें रखी।