गुरुआस्था समाचार
जमीन विवाद : सौतेले भाई की निर्मम हत्या…तालाब में फेंका शव, सभी आरोपी गिरफ्तार
बिलासपुर – जमीन विवाद के चलते सौतेले भाइयों ने मिलकर हत्या के घटना को अंजाम दिया है। हत्या के बाद आरोपियों ने लाश को तालाब में फेंका। पुलिस ने घटना के 12 घंटे के भीतर हत्या की गुत्थी सुलझा ली है आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सकरी पुलिस को मिली सफलता।
मामला इस प्रकार है कि चतरू बिंझवार पिता छेदी बिंझवार उम्र 56 साल नि0 चितावर थाना तखतपुर जिला बिलासपुर छ0ग0 थाना उपस्थित आकर प्रथम सूचना पत्र दर्ज कराया कि प्रार्थी अपनी जमीन का बटवारा अपने पुत्र-पुत्री को बटवारा देने के लिये तहसील तखतपुर में आवेदन प्रस्तुत किया गया है। जो बटवारा प्रकरण न्यायालय में लंबित है। संतोष बिरको प्रार्थी की पूर्व पत्नी को बेटा है।
वर्तमान पत्नी आशा बाई के तरफ से तीन बच्चे है। बड़ी बेटी अंजना बाई की शादी हो चुकी है। उससे छोटा कार्तिक राम तथा सबसे छोटा चुरावन है। संतोष बिझवार जमीन विवाद को लेकर प्रार्थी से विवाद कर चुका है। इसी जमीन विवाद को लेकर संतोष और शिव प्रसाद मारपीट करने के लिये लाठी लेकर घुमते रहते है। घटना दिनांक समय को प्रार्थी का बेटा कार्तिक बिरको अपनी मोटर सायकल से सामान खरीदने गिरधौना आया था। जो सामान खरीदकर वापस घर नही आया। इसी दौरान बीर जायसवाल प्रार्थी के बेटे चुरावन को फोन करके बताया कि कार्तिक बिरको को कुछ मारपीट कर उसे मोटर सायकल में बैठाकर चितावर बस्ती की ओर लेकर जा रहे है।
प्रार्थी अपने बेटे को खोजने गिरधौना तरफ आया तो देखा उसकी मोटर सायकल केशव के खेत के पास खड़ी थी। उसकी घड़ी भी वहीं पर गिरा हुआ था। वहीं पर खून के धब्बे थे। चितावर बस्ती तरफ अपने पुत्र कार्तिक बिरको को खोजते हुये गये तब बस्ती के लोग बताये कि कार्तिक बिरको को संतोष बिरको, तीजराम बिरको, शिव प्रसाद बिरको, ओम प्रकाश बिरको मिलकर मारपीट किये है। और उसे मोटर सायकल में बैठाकर कहीं ले गये है। प्रार्थी की रिेपार्ट पर धारा सदर का अपराध पंजीबध्द कर विवेचना में लिया गया।
सकरी पुलिस की टीम ने तत्काल घटना स्थल रवाना होकर आरोपियो की पतासाजी कर घेराबंदी कर पकड़ा गया एवं अभिरक्षा में लेकर पूछताछ करने पर बताये कि इसके पिता चमरू बिरको की दो पत्नी है। पहली पत्नी का नाम लल्ला था। जिसकी मृत्यू हो गई है। यह उसका बेटा है। दूसरी मां के दो लडके एवं एक लड़की है। जिसमें बड़े लड़के का नाम कार्तिक बिरको है तथा छोटे लड़के का नाम चुरावन बिरको है। इसके पिता चमरू बिरको इसे खेती में बटवारा नही दिये है। बटवारा मांगने पर विवाद करते है।
इसका सौतेला भाई कार्तिक बिरको भी इसे गाली गलौज विवाद करता है और कोर्ट केस करने की धमकी देता है। इसके पिता चमरू बिरको इसके चाचा रामकुमार बिरको को भी बटवारा नही दिया है। जिसके कारण इसके चाचा का लड़का तीजराम बिरको एवं ओमप्रकाश बिरको भी आये दिन इसके/अपने पिता से बटवारा मांगते है। जिससे वाद विवाद होते रहता है।
इसी रंजिश के कारण वह और उसके चाचा का बेटा तीजराम बिरको एवं ओम प्रकाश बिरको तथा इसका साथी शिव प्रसाद बिरको चारो मिलकर दो दिन पूर्व कार्तिक बिरको की हत्या करने के लिये योजना बनाया था। कल दोपहर करीब 11-12 बजे यह तथा तीजराम बिरको, ओमप्रकाश बिरको, शिव प्रसाद बिरको चारो मिलकर लाठी डंडा लेकर कार्तिक बिरको को जान से मारने के लिये खोजते हुये उसके प्लॉट (खेत) में गये थे। लेकिन वहां धान कटाई चलने के कारण बहुत से मजदूर थे, जिसके कारण उसे नही मार सके थे।
शाम करीब 06.00 बजे के आसपास तीज राम बिरको ने बताया कि कार्तिक बिरको मोटर सायकल में चितावर से गिरधौना की ओर खेत के रास्ते से गया है, तो यह अपने घर से एक अकोल की लकड़ी का लाठी लेकर घर से गिरधौना के रास्ते में ओम प्रकाश बिरको के साथ पैदल पहुंचा। तीजराम बिरको अपनी डीलक्स मोटर सायकल में शिव प्रसाद बिरको के साथ आया। रास्ते में चारो लोग बैठकर मृतक कार्तिक बिरको के गिरधौना तरफ से लौटने का इंतजार कर रहे थे। थोड़ी देर में मृतक कार्तिक बिरको अपनी मोटर साकयल में गिरधौना तरफ से आया।
इसे पार करके थोड़ा आगे बढ़ गया था, वहां पर तीजराम बिरको, शिवकुमार बिरको एवं ओमप्रकाश बिरको घेरकर खड़े थे। उन्हें देखकर डर कर मृतक कार्तिक बिरको वापस मेरी ओर लौटा। इसके पास पहुंचने पर यह अपने हाथ में रखे अकोल की लाठी से सिर में मारा, जो मृतक कार्तिक बिरको मोटर सायकल से गिर गया। उसके बाद यह लाठी से और तीजराम बिरको अपना बेल्ट निकालकर मृतक कार्तिक बिरको को मारने लगे, जिससे कार्तिक अधमरा हो गया। फिर उसे तीजराम बिरको की डीलक्स मोटर सायकल में बैठाकर बस्ती तरफ लेकर गये। मोटर साकयल को तीजराम चला रहा था।
बीच में यह मृतक कार्तिक बिरको को घायल अवस्था में पकड़कर मोटर साकयल के पीछे बैठा था। मृतक कार्तिक बिरको की मोटर सायकल को जहां उसे मारे थे वहीं छोड़ दिये है। मृतक कार्तिक बिरको को लेकर महामाया मंदीर चितावर के पास ले गये और मोटर सायकल से उतारकर यह तथा तीजराम बिरको फिर से मारपीट किये और मारपीट कर हत्या करने के बाद दोनों लोग हाथ में उठाकर लाश को छिपाने की नीयत से नाला तालाब ग्राम चितावर में फेंक दिये है। सभी आरेापियो के बयान के बाद घटना में प्रयुक्त लाठी, बेल्ट और मोटर सायकल को बरामद किया गया है। आरेापियो के बयान के अनुसार ही मृतक के शव को बरामद कर शव को पीएम हेतु भेजा गया है। प्रकरण में अपराध धारा 302, 201 भादवि जोंड़ी गई है। आरेापियो के विरूध्द अपराध पंजीबद्ध कर न्यायिक रिमाण्ड पर भेजा गया है।