गुरुआस्था समाचार रायपुर प्रतिनिधि
UP के ठेकेदार से छत्तीसगढ़ में धोखाधड़ी, धर्मगुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम बने माध्यम, 500 करोड़ का ठेका दिलवाने के नाम पर पति-पत्नी ने ऐंठे 15 करोड़ रुपए
रायपुर – कांग्रेस शासन काल में फर्जीवाड़ा करने वालो की संख्या कम होने का नाम नहीं ले रहा है…एक के बाद एक बड़े बड़े लोगो के नाम के खुलासे हो रहे है….जो पूर्व सीएम के करीबी रहे….लगातार शिकंजा कसता देखकर कई लोगो की अब रूह कांपने लगी है….और खासकर उनकी जो इस मामले में लिप्त रहे….आपको बता दे कांग्रेस के शासनकाल में खुद को मंत्री का करीबी बताकर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। मामला 2023 का है। इस हाई प्रोफाइल मामले में धर्मगुरु और तत्कालीन कॉंग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम का भी नाम सामने आ रहा है। FIR के अनुसार आचार्य प्रमोद कृष्णम ने ही UP के एक ठेकेदार को रायपुर के ठग से मिलवाया था। जिस दौरान छत्तीसगढ़ का केके श्रीवास्तव नामक ठग ने 500 करोड़ का ठेका दिलाने के नाम पर ठेकेदार से 15 करोड़ रूपये वसूल लिए। पुलिस ने अब के के श्रीवास्तव और उसकी पत्नी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है।
पुलिस में दर्ज FIR के मुताबिक धर्मगुरु और भाजपा नेता आचार्य प्रमोद कृषणम ही रावत एसोसिएट के मालिक अर्जुन रावत को रायपुर लेकर आये थे और केके श्रीवास्तव से मिलवाया था। कंपनी के मालिक के अनुसार उनकी कंपनी द्वारा हाईवे कंट्रक्शन, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट, रोड कंट्रक्शन, सरकारी बिल्डिंग का निर्माण का काम करती है। साल 2023 में आध्यात्मिक गुरु आचार्य प्रमोद कृषणम ने के के श्रीवास्तव से उनके लाभांडी स्थित रोमान्स क्यु विला अपार्टमेंट में मिलवाते हुए कहा था कि ये आपके कारोबार को बढ़ाने में मदद करेंगे।
रायपुर से वापसी के बाद केके श्रीवास्तव अर्जुन रावत से लगातार संपर्क करने लगा। जून 2023 में के के श्रीवास्तव उन्हें बताया कि रायपुर स्मार्ट सिटी बनाने का प्रोजेक्ट एक मंत्री के भाई ‘असगर’ ने लिया है, जो 500 करोड रूपये का है, वे प्रोजेक्ट को सबलेट करना चाहते है जिसके लिए सरकार को 15 करोड़ की राशि परफांमेंस सिक्युरिटी एवं गारंटी मनी के रूप मे जमा करना पड़ेगा। अर्जुन रावत ने बताया के के श्रीवास्तव ने उन्हें प्रोजेक्ट के फर्जी दस्तावेज भी दिखाये। अर्जुन रावत ने के0के0 श्रीवास्तव पर भरोसा कर प्रोजेक्ट के नाम पर 15 करोड़ रूपये अलग अलग खातों में भेज दिए। ठेका नही मिलने पर रकम नहीं लौटा रहे। मांगने अर्जुन रावत और परिवार को जान से मारने की धमकी दे रहे है। अर्जुन रावत ने बताया कि श्रीवास्तव ने छ ग सरकार के साथ हमारे कंपनी ग्लोमैक्स इंडिया के नाम से एक फर्जी मेमोरेण्डम तैयार कर व्हाटसअप के जरिये भेजा। जिसके जरिए 15 करोड रुपये लेकर गबन किया है।
तेलीबांधा पुलिस ने इस मामले में के के श्रीवास्तव और कंचन श्रीवास्तव के खिलाफ धरा 420, 467, 468, 471, 506 और 120 बी के तहत अपराध दर्ज किया है। रायपुर SSP में स्पष्ट किया है कि जल्द ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बता दें कि पूर्व में के के श्रीवास्तव ने कोरबा जिले की एक पावर और कोल कंपनी के लिए जमीनें खरीदने में दलाल की भूमिका निभाई थी। इस दौरान भी उसने जमकर फर्जीवाड़ा किया तथा फर्जी आदिवासियों को खड़ा कर आदिवासियों की जमीन रजिस्ट्री करवा दी। इसके बाद कांग्रेस के शासनकाल में के के श्रीवास्तव ने ब्लैक स्मिथ कंपनी बनाकर कोरबा जिले में FLY ASH की ट्रांसपोर्टिंग का काम लिया। बताये जाता है कि पूर्व की सरकार से गहरे संबंधों के चलते उसे यह काम मिला और इस काम को भी मनमाने तरीके से किया और इसमें उसे पूरी तरह संरक्षण मिला।
सबसे बड़ा नेता कौन..?
ताजा मामले में सबसे चौंकाने वाला नाम आचार्य प्रमोद कृषणम का है, जो पूर्व में कांग्रेस पार्टी में थे और अब भाजपा में आ गए हैं। वहीं दूसरा पूर्व की कांग्रेस सरकार में मंत्री अकबर के भाई असगर का है, जिन्हे नया रायपुर का ठेका मिलने की बात श्रीवास्तव ने कही। वहीं FIR में यह भी उल्लेख है कि श्रीवास्तव ने 10 अगस्त 2023 को उनकी मुलाकात छत्तीसगढ़ के सबसे बड़े नेता से करवाई, और उस नेता ने रावत को भरोसा दिलाया कि श्रीवास्तव ने जो काम दिलाने को कहा है, वह हो जायेगा, वे बिलकुल चिंता न करें।