गुरुआस्था समाचार
चक्रवाती तूफान मोचा के तीव्र होने की आशंका, हाई अलर्ट पर हैं एजेंसियां
दक्षिणपूर्व बंगाल की खाड़ी पर चक्रवाती तूफान मोचा धीरे-धीरे खतरनाक होता जा रहा है. चक्रवात मोचा भविष्यवाणियों के अनुसार 12 मई को एक भयंकर तूफान और 14 मई को एक बहुत गंभीर चक्रवात में परिवर्तित हो जाएगा. आईएमडी की चेतावनियों को ध्यान में रखते हुए पश्चिम बंगाल में अलर्ट जारी कर दिया गया है. एनडीआरएफ के कमांडेंट गुरमिंदर सिंह ने बताया कि हमने 8 टीमें तैनात की हैं. एनडीआरएफ के 200 बचावकर्ता जमीन पर तैनात हैं और 100 बचावकर्मी स्टैंडबाय पर रखे गए हैं.
दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में स्थित चक्रवाती तूफान “मोचा” (Cyclone Mocha) के तीव्र होने की आशंका से हाई अलर्ट की घोषणा की गई है. मौसम विज्ञान कार्यालय ने कहा है कि अगले कुछ घंटों में इसके तीव्र होकर प्रचंड चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होने की आशंका है. जानकारी में कहा गया है कि दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में स्थित चक्रवाती तूफान “मोचा” (“मोखा” के रूप में उच्चारित) पिछले 06 घंटों के दौरान 11 किमी प्रति घंटे की गति के साथ उत्तर दिशा की ओर बढ़कर एक प्रचंड चक्रवाती तूफान में तीव्र हो गया है.
यह गुरुवार को भारतीय मानक समय के अनुसार 1730 बजे उसी क्षेत्र (दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी) में लगभग 12.2°N अक्षांश और 88.0°E देशांतर के पास केंद्रित था , जो कि पोर्ट ब्लेयर से लगभग 520 किमी पश्चिम, कॉक्स बाजार (बांग्लादेश) से 1100 किमी दक्षिण दक्षिण-पश्चिम और सितवे (म्यांमार) से 1020 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम दिशा में स्थित है.
इसके अगले 12 घंटों के दौरान लगभग उत्तर दिशा की ओर बढ़ने और 12 मई की सुबह मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक अत्यंत प्रचंड चक्रवाती तूफान में परिवर्तित होने की सम्भावना है. इसके बाद फिर इसके धीरे-धीरे से मुड़ने एवं तीव्र होते हुए उत्तर-उत्तर पूर्व दिशा की ओर बढ़ने की सम्भावना है.
इसके बाद 14 मई 2023 की दोपहर के आसपास इसके अत्यंत प्रचंड चक्रवाती तूफान के रूप में सितवे (म्यांमार) के करीब कॉक्स बाजार (बांग्लादेश) और क्यौकप्यू (म्यांमार) के बीच दक्षिण-पूर्व बांग्लादेश और उत्तरी म्यांमार के तटों को 150-160 किमी प्रति घंटे की अधिकतम निरंतर पवन गति एवं 175 किमी प्रति घंटे की पवन गति के झोकों के साथ पार करने की संभावना है.
घबराएं नहीं, लेकिन समुद्र से दूर रहें
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के अफसरों ने कहा है कि तूफान को लेकर घबराएं नहीं, बल्कि समुद्र से दूरी बनाएं रखें. तेज बारिश और तेज हवाओं को ध्यान में रखते हुए सुरक्षित स्थानों पर रहें. वहीं अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, बंगाल की खाड़ी वाले इलाकों में नहीं जाने की सलाह दी है. दक्षिण पूर्व और मध्य बंगाल की खाड़ी के समुद्री क्षेत्रों से दूरी बनाए रखने को कहा है.