गुरुआस्था समाचार
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने शासन के अल्टीमेटम आदेश की कापी जलाकर जताया विरोध ,
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं ने महिला एवं बाल विकास विभाग से जारी नोटिस को कोन्हेर गार्डन स्थित धरना स्थल पर जलाया। यहां से रैली निकालकर संघ की सदस्य कलेक्टोरेट और कमिश्नर कार्यालय पहुंची और मांग पूरी करने के लिए ज्ञापन सौंपा। छत्तीसगढ़ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका संघ संयुक्त मंच के जिला स्तरीय हड़ताल धरना प्रदर्शन में सभी परियोजना से हजारों की संख्या में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका पहुंची। अनुसूचित जाति के जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर बर्मन धरना स्थल पहुंचे और छह सूत्रीय मांगों के समर्थन में बातचीत की।
प्रांतीय संयोजक देवेंद्र पटेल ने बताया कि 20 तारीख को सभी रायपुर धावा बोलेंगे। सरकार द्वारा लगातार दबाव बनाया जा रहा है। सरकार को केवल अपने रेडी टू इट की पड़ी है। रेडी टू ईट बांटने के लिए सरकार ने निर्देशित किया है। समूह की महिलाओं व मितानिन को साथ में सुपरवाइजर को भी आदेश दिया है कि आप के माध्यम से बंटवाया जाए।
एक सुपरवाइजर के अंडर में लगभग 27 -28 तक के केंद्र होते हैं इतने केंद्र के हितग्राहियों को बांट पाना टेढ़ी खीर है, लेकिन सरकार यह जिद पर अड़ गई है कि किसी भी तरह से रेडी टू इट बंटवाया जाए ,जितना मेहनत सरकार रेडी टू इट बांटने में कर रही है वह चुनावी घोषणा पूरा कर देती तो बात ही क्या थी। बीज निगम को रेडी टू इट देने के पूर्व चार महीने से हितग्राहियों को रेडी टू ईट नहीं मिला था, तब कुपोषण की चिंता कहां गई थी।
सरकार को आज उनका माल जो है खराब ना हो इस चिंता में और किसी भी तरह से व्यय किए गए सामान की भरपाई के लिए सरकार जिद में ऐसे करके बेतरतीब ढंग से बटवाने की कार्रवाई कर रही है। हड़ताल समाप्ति के बाद यदि हितग्राहियों को सही ढंग से समान नहीं मिला हो या उन सही हितग्राही तक के समान ना पहुंचा हो तो उसकी जवाबदारी कौन लेगा।