गुरुआस्था समाचार
सतनाम सेना के बाद राजपूत क्षत्रिय समाज ने घेरा SP कार्यालय , कहा- सामाजिक समरसता बिगाड़ने वालों पर सख्त कार्रवाई
बिलासपुर – कांग्रेस के दो गुटों के विवाद को जातिवाद का रूप देने की खिलाफत होने लगी है। सतनाम सेना के बाद अब राजपूत क्षत्रिय समाज ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। समाज के पदाधिकारियों ने कहा कि शहर की शांत फिजा में इस तरह जातिवाद और सामाजिक समरसता बिगाड़ने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। ऐसा नहीं होने पर आने वाले समय में समाज की ओर से उग्र आंदोलन किया जाएगा। बता दें कि बीते दिनों यूथ कांग्रेस नेताओं के दो गुटों में हिंसक विवाद हो गया था, जिसके बाद सतनाम सेना के लोगों ने सिविल लाइन थाने का घेराव कर जमकर हंगामा मचाया था।
सिविल लाइन थाना क्षेत्र के श्रीकांत वर्मा मार्ग स्थित मैग्नेटो मॉल के सामने युवक कांग्रेस मस्तूरी के उपाध्यक्ष विश्वजीत अनंत पर मस्तूरी युवक कांग्रेस के अध्यक्ष नितेश सिंह व उसके साथियों ने हमला बोल दिया था। इस हमले में विश्वजीत अनंत बुरी तरह से घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस ने सत्ताधारी दल से जुड़े इस राजनीतिक विवाद में साधारण मारपीट का केस दर्ज कर खानापूर्ति कर ली थी, जिसके विरोध में सतनाम सेना के लोगों ने सिविल लाइन थाने का घेराव कर दिया और हत्या के प्रयास का केस दर्ज करने की मांग को लेकर जमकर हंगामा मचाया, जिसके बाद दबाव में आई पुलिस ने हमलावर युवक कांग्रेस नेता व उसके साथियों पर हत्या के प्रयास का केस दर्ज किया है।
दरअसल, इस राजनीतिक विवाद को जातिवाद का रूप देकर सतनाम सेना ने जिस तरह से हंगामा मचाया और जातिवाद का रूप देकर आंदोलन किया। इसे लेकर राजपूत क्षत्रिय समाज ने विरोध किया है। इस दौरान समाज के लोगों ने जमकर नारेबाजी की और हंगामा मचाया। समाज के पदाधिकारियों का कहना है कि युवक कांग्रेसियों के आपसी विवाद में किसी भी समाज व जाति को घसीटना निंदनीय है। यदि राजनीतिक विवाद को ऐसे ही जातिवाद का रूप दिया जाता रहा तो आने वाले समय में इसका दुष्परिणाम सामने आएगा और हर समाज और जाति के लोग आपस में लड़ते रहेंगे। उन्होंने आपसी विवाद को जातिवाद का रूप देने वालों के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई करने की मांग की है।