गुरुआस्था समाचार
भारतीय मजदूर संघ ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, मध्यान्ह भोजन रसोईयों व मितानिनों के लिये घेरा विधानसभा तीन विधायकों ने मंच पर आकर दिया समर्थन ,
भारतीय मजदूर संघ छत्तीसगढ़ ने गत् 03 मार्च को आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं, मध्यान्ह भोजन योजना में कार्यरत् रसोईयों व मितानिनो ंसहित असंगठित व संगठित क्षेत्र की मांगो को लेकर राजधानी रायपुर में जबरदस्त प्रदर्शन कर धरना दिया, रैली निकालकर विधानसभा घेरने निकल पड़े । हजारों का हुजुम जब विधानसभा घेरने आगे बढ़ा तो प्रशासन ने कई चक्र के सुरक्षा घेरे में रोक दिया तब प्रदर्शनकारी वही बैठकर पूरी व्यवस्था ठप्प कर दी।
भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश संगठन मंत्री योगेशदत्त मिश्रा ने उक्त प्रदर्शन का ब्यौरा जारी करते हुये कहा कि सरकार द्वारा आबंटित धरना स्थल तूता रायपुर में सुबह से ही बसों में व अन्य वाहनों में भरकर कार्यकर्ता पहुंचने लगे थे। आंदोलन के समय तक विशाल परिसर प्रदर्शनकारियों से खचा-खच भर चुका था। ठीक 11 बजे भामस के प्रदेश महामंत्री नरोत्तम धृतलहरे ने आंदोलन प्रारंभ करने की घोषणा की तत्पश्चात् धरना प्रदर्शन प्रारंभ हो गया, इस दौरान भारतीय मजदूर संघ की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नीता चैबे ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं व सहायिकाओं के सरकारीकरण की मांग का जिक्र करते हुये कहा कि इस हेतु लंबे समय से हम संघर्षरत् है। उन्होनंें राज्य शासन पर वायदाखिलाफी का आरोप लगाते हुये कहा कि बघेल सरकार चुनाव जीतने के पहले आंगनबाड़ी कर्मियों को न्यूनतम वेतन देने का वायदा किया था, किन्तु अब सरकार वायदे से मुकर गई है।
आंदोलन को संबोधित करते हुये भामस के क्षेत्रीय संगठन मंत्री धर्मदास शुक्ला ने कहा कि असंगठित क्षेत्र में मध्यान्ह भोजन, रसोईयों व मितानिनों का व्यापक शोषण हो रहा है। सरकारी योजना में कार्यरत् इन लोगों से काम तो आठ आठ-दस दस घंटे लिये जा रहे है, किन्तु वेतन के नाम पर मामूली सी राशि पकड़ा दी जाती है। इन्हे न्यूनतम वेतन के दायरे पर लाना चाहिये। भामस की प्रदेश अध्यक्ष शोभा सिंहदेव कार्यकारी अध्यक्ष भोला तिवारी व उद्योग प्रमुख राधेश्याम जायसवाल ने असंगठित क्षेत्र में व्याप्त शोषण पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुये कहा कि यह आश्चर्य का विषय है कि जहाॅ सरकार नियोजित है वहाॅ भी इन क्षेत्रों के कामगारों का व्यापक शोषण हो रहा है, खासकर आंगनबाड़ी, मध्यान्ह भोजन, मितानिन, व ठेका मजदूरों की हालात गंभीर है। समय रहते इसे दूर किया जाना चाहिये। आंदोलन को भामस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष लक्षमण प्रसाद कटकवार, राष्ट्रीय मंत्री व असंगठित क्षेत्र के सहप्रभारी सुरेन्द्र कुमार पाण्डे ने अपने उद्बोधन में कहा कि भारतीय मजदूर संघ शोषित, पीड़ित, वेतनभोगी वर्ग के लिये देश में कठोर संघर्ष कर अनेक रास्ते खुलवाये है, किन्तु यह लड़ाई अभी भी अधूरी है।
इस आंदोलन के दौरान भारतीय मजदूर संघ की प्रदेश उपाध्यक्ष सोमिया मरावी, शंख ध्वनि सिंह, प्रदेश मंत्री सुरीत नायक, राजेश राजवाड़े, रूद्र कुमार ताति व वित्त सचिव सुन्दर सिंह वर्मा सहित आंगनबाड़ी महासंघ की प्रदेश महामंत्री संतोषी राजवाड़े, संयुक्त महामंत्री अंजनी पटेल व चंदा राजवाड,़े निर्माणी महासंघ के अध्यक्ष सुदर्शन मानिकपुरी व प्रत्युश केसरी, शीतल पन्ना, भिलाई स्पात के कार्यकारी अध्यक्ष चन्ना केशवलु, रवि सिंह, राज्य कर्मचारी संघ के प्रदेश महामंत्री अश्वनी चेलक,बिजली, बाल्को, कोल, एनटीपीसी, खदान सहित विभिन्न संगठित व असंगठित क्षेत्र राकेश मिश्रा, तेजप्रताप सिन्हा नेहरू कश्यप, शिव कुमार साहू नागेंद्र सिंह, ओमप्रकाश पाल सौरभ दुबे, जी सुब्रमण्यम,सहित बढ़ी संख्या मे प्रतिनिधि उपस्थित थे।
उपरोक्त जानकारी देते हुए भारतीय मजदूर संघ के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं जिला बिलासपुर एवं मुंगेली के प्रभारी श्री शंखध्वनि सिंह बनाफर ने बताया कि जिला बिलासपुर एवं मुंगेली से भी बड़ी संख्या में पांच बसों, अनेक निजी वाहनों और रेलमार्ग से एक हजार से भी अधिक की संख्या में दोनों जिलों से सभी अनुशंगी संगठनों के पदाधिकारी श्री सुरेश तिवारी, श्री पृथ्वी सहगल, श्री संजय तिवारी, श्री रवि सिंह ठाकुर, श्री मजुमदार दादा, श्री संतोष शर्मा, श्री मनीष क्षत्रिय, श्रीमती पुष्पा वैष्णव, श्रीमती उषा साहू के साथ हजारों कार्यकर्ता उपस्थित रहे.साथ ही उल्लेखनीय रूप से जिला बिलासपुर के प्रतिपक्ष के तीन वरिष्ठ विधायक माननीय श्री धरमलाल कौशिक जी, माननीय श्री रजनीश सिंह बनाफर एवं माननीय श्री कृष्णमूर्ति बांधी जी ने मंच पर उपस्थित होकर भारतीय मजदूर संघ की मांगों का समर्थन करते हुए विधानसभा के बजट सत्र में ही स्थगन प्रस्ताव लाकर चर्चा कराने का आश्वासन दिया है.