गुरुआस्था समाचार
बाल दिवस के अवसर पर लिंगियाडीह स्कूल में हुआ छत्तीसगढ़ी व्यंजन मेला,
बिलासपुर – शासकीय हाई स्कूल लिंगियाडीह अपने बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध होकर प्रभारी प्राचार्य श्रीमती मंजू सिंह के मार्गदर्शन में और इको क्लब प्रभारी व्याख्याता श्रीमती रश्मि गुप्ता के कुशल निर्देशन में लगातार काम करते रही है।एक तरफ पर्यावरण संरक्षण के लिए जन जागरूकता अभियान का कार्यक्रम तो वहीं अपनी छत्तीसगढ़ी संस्कृति से जुड़े रहने के लिए छत्तीसगढ़ी व्यंजन मेला का शानदार आयोजन कर लोगों को अपनी संस्कृति से परिचित कराने का काम संस्था द्वारा की जा रही है।
आज के दौर में जब लोगों के बीच फास्ट फूड के नाम पर सेहत से खिलवाड़ करती हुई भोजन पिज़्ज़ा,बर्गर आदि देकर हमारे स्वास्थ्य पर चोट की जा रही हो तो ऐसे समय में छत्तीसगढ़ी व्यंजन चीला,फरा,तसमई, दुधफरा,धुसका रोटी,मुरकु, पताल के चटनी का स्वाद जब लोगों के मुंह पर लगा तो उपस्थित शिक्षक, पालक और बच्चे चटकारे लेने लगे।विज्ञान शिक्षिका व्याख्याता श्री मती प्रतिभा श्रीवास्तव ने बच्चों को विभिन्न रोचक गेम्स कराकर आयोजन को मजेदार बना दिये।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डी एल एस महाविद्यालय के सहायक प्राध्यापक श्रीमती रसिका लोनकर ने इस आयोजन की भूरि भूरि प्रसंशा करते हुए कहा कि हमें अपनी खानपान और संस्कृति पर गर्व होना चाहिए, मुझे बहुत खुशी है कि ये संस्था इन चीजों को विशेष ध्यान दे रही है।शासकीय प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक स्कूल और बी एड प्रशिक्षार्थी के सहयोग से हाई स्कूल लिंगियाडीह के सभी छात्र छात्राओं और शिक्षकों ने अपनी सहभागिता से आयोजन को सफल बनाया।