छत्‍तीसगढ़ में 120 प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र हैं बंद, 1,300 की जगह मात्र 100 तरह की दवाएं उपलब्ध , पढ़े पूरी खबर – गुरुआस्था समाचार

गुरुआस्था समाचार प्रतिनिधि रायपुर

छत्‍तीसगढ़ में 120 प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र हैं बंद, 1,300 की जगह मात्र 100 तरह की दवाएं उपलब्ध

रायपुर – छत्‍तीसगढ़ शासन द्वारा जेनेरिक दवाओं को बढ़ावा देने के लिए भले ही कई दावे किए जा रहे हैं, लेकिन राज्य में 120 प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र बंद हो गए हैं। केंद्रों में दवाओं की आपूर्ति न हो पाने की वजह से यह नौबत आई है। राजधानी के आंबेडकर अस्पताल स्थित प्रमुख प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र की हालत यह है कि 1,300 की जगह मात्र 100 तरह की दवाएं दी जा रही हैं।

कैंसर, आंख, ब्रेन समेत अन्य बीमारियों से जुड़ी दवाओं की किल्लत से मरीज लौट रहे हैं। यहां पर रेडक्रास सोसाइटी के साथ प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र को सम्मिलित कर चलाया जा रहा है। जरूरतमंद संतोष चंद्राकर, सूर्यकांत शर्मा और विमल सिंह ने बताया कि 90 प्रतिशत छूट पर मिलने वाली सस्ती दवाओं के लिए जनऔषधि केंद्र आ रहे हैं, लेकिन डाक्टर द्वारा लिखी पांच-छह दवाओं में दो-तीन दवाएं मिल जाएं तो वह बड़ी बात है। दवाएं न मिलने की स्थिति में मजबूरन बाहर जाना पड़ता है।

केंद्र से दवाओं की आपूर्ति में देरीमामले को लेकर प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना के राज्य समन्वयक अनिश वोडितेलवार का कहना है कि केंद्रीय स्तर पर दवाओं की खरीद में समय लगने व स्टाक न होने की वजह से समस्या आ रही है। दवाओं की आपूर्ति समय पर हो, इसके लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में 249 प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्र स्वीकृत हैं। इनमें से सरकारी अस्पतालों में 78 और 51 निजी तौर पर प्रधानमंत्री जनऔषधि केंद्रों का संचालन किया जा रहा है। बंद पड़े 120 केंद्रों को भी जल्द शुरू करने की तैयारी में हैं।

जेनेरिक दवाओं को समझेंजेनेरिक दवा वह है, जो बिना किसी पेटेंट के बनाई और वितरित की जाती है। जेनेरिक दवा के फार्मुलेशन पर पेटेंट हो सकता है, लेकिन उसके सक्रिय घटक पर पेटेंट नहीं होता। जैनरिक दवाइयां गुणवत्ता में किसी भी प्रकार से ब्रांडेड दवाओं से कम नहीं होतीं। ये उतनी ही असरकारक हैं, जितनी की ब्रांडेड दवाइयां। ये दवाएं 50 से 90 प्रतिशत छूट पर मिलती हैं।

प्रधानमंत्री जनऔषधि की खरीदी केंद्रीय स्तर पर होती है। कई दवाएं स्टाक में न रहने व आपूर्ति में देरी की वजह से समस्याएं आती हैं। -अनिश वोडितेलवार, राज्य समन्वयक, प्रधानमंत्री जनऔषधि योजनाडा. भीमराव आंबेडकर अस्पताल के जनऔषधि केंद्र में दवाओं को लेकर कमी न हो, इसके लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। -डा. मीरा बघेल, सीएमएचओ, जिला-रायपुर

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